बढ़ती ठंड के बीच हार्ट अटैक से बचने के लिए रहे सावधान
अशोक झा, सिलीगुड़ी: बढ़ती ठंड के बीच हार्ड अटैक की घटनाएं लगातार सुनने और देखने को मिल रहा है।
खासतौर पर जो लोग पहले से ही बीमार हैं, उन्हें विशेष देख-रेख की जरूरत है। दिल से लेकर सांस के मरीजों के लिए इतनी ठंड खतरनाक साबित हो सकती है। वहीं सामान्य आदमियों को भी सर्दी में इन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए जानें सेहत से जुड़ी कौन सी परेशानी इस मौसम में घेर सकती है और कैसे करें इससे बचाव। इस संबंध में डॉ समर्थ अग्रवाल से बातचीत दौरान सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चाएं हुई जो इस प्रकार है।
हाई बीपी और दिल के रोगी रहें सावधान
ठंड का बुरा प्रभाव सबसे पहले हाई बीपी और दिल के मरीजों पर होता है। ठंड में रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती है, जिसकी वजह से शरीर में खून का प्रवाह और भी ज्यादा धीरे होने लगता है। जिससे उन्हें दिल का दौरा पड़ने की सबसे ज्यादा संभावना रहती है।
दिल के मरीजों को ठंड के मौसम में खासतौर पर बचाव करने और खुद को गर्म रखने की जरूरत होती है। जिससे कि खून का प्रवाह कम ना होने पाए।
हो सकता है पैरालिसिस
सर्दी के मौसम में लकवा मारने के मामले बढ जाते हैं। खासतौर पर डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीजों में ये खतरा ज्यादा देखने को मिलता है। त्वचा के नीचे मौजूद रक्त की नलियां ठंड की वजह से सिकुड़ने लगती हैं। जिसके फलस्वरूप दिमाग में रक्त कम पहुंचता है और लकवा होने का डर बन जाता है।
सामान्य स्वस्थ इंसान भी सर्दी के मौसम में लकवे का शिकार हो सकता है। जरूरी है कि खुद को ठंड से बचाकर रखा जाए।
सांस लेने में तकलीफ
ठंड और कोहरा अस्थमा के मरीजों के लिए परेशानी बढ़ाने वाला रहता है। खुद को ठंड से बचाने के लिए लोग घरों में कैद हो जाते है और खिड़की-दरवाजे भी नहीं खुलते। ऐसे में अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। वहीं बाहर की हवा में भी नमी की कमी होती है जो फेफड़ों को ठीक से काम नहीं करने देती और अस्थमा के मरीजों के लिए मुश्किलें बढ़ जाती हैं।
कैसे करें बचाव
सर्दी के इस मौसम में बीमार के साथ ही स्वस्थ इंसान को भी पूरी देखभाल की जरूरत होती है। इन तरीकों को अपनाने से ठंड से बचाव किया जा सकता है
सर्दी में ऊनी कपड़ों से शरीर को ढंककर रखें।
ठंडे पानी से बिल्कुल भी ना नहाएं।
पीने के लिए हल्के गुनगुने पानी को प्रयोग में लाएं।
गर्म पेय पदार्थ की मदद से खुद को गर्म रखें।
खान-पान का खास ध्यान रखें, तली-भुनी और गरिष्ठ चीजों को ना खाएं।
शारीरिक गतिविधियां बेहद जरूरी हैं। घर के अंदर रहकर ही योग और हल्की कसरत से खुद को स्वस्थ रखें।
बंद कमरे में बहुत देर तक हीटर जलाकर ना रखें। रिपोर्ट अशोक झा