फेसबुक लाइव कर रहे चार दोस्त नेपाल विमान हादसे में काल के गाल में
-बस कुछ ही देर में हवाई जहाज पोखरा की धरती पर उतरने ही वाला था
-विमान में 5 भारतीयों सहित कुल 72 लोग सवार थे, किसी को नहीं बचाया जा सका
अशोक झा, सिलीगुड़ी: नेपाल के पोखरा घूमने जा रहे गाजीपुर जिले के चकजैनब, अलावलपुर अफ्गां और धरवां गांव के चार युवकों की रविवार को विमान दुर्घटना में मौत हो गई। खुशी और उत्साह से भरे थे चारों दोस्त। बस कुछ ही देर में हवाई जहाज पोखरा की धरती पर उतरने ही वाला था। इस यादगार पल को सोनू फेसबुक पर लाइव कर अपनों के साथ बांटने में लगा था। वह विमान की खिड़की से अपनों को अपने संग नेपाल की यात्रा करा रहा था, लेकिन किसी को क्या पता था कि यह सोनू की जिंदगी का आखिरी वीडियो है। दरअसल इसी वक्त हादसा हुआ और चंद मिनट पहले के माहौल में अचानक गड़गड़ाहट और लोगों का शोर सुनाई देने लगा। विमान दुर्घटनाग्रस्त हो चुका था… चारों दोस्तों के साथ विमान में सवार सभी यात्री मारे जा चुके थे। नेपाल घूमने की खुशियां जो चारों के चेहरे पर थी अब बस एक याद में बदल चुकी थी। नेपाल विमान हादसे के चारों शिकार हो गए। प्लेन क्रैश में 5 भारतीयों की मौत हुई है। इसमें गाज़ीपुर के 4 दोस्त भी शामिल हैं। प्लेन क्रैश में अलवालपुर अफ्गां निवासी सोनू जायसवाल (उम्र-28 साल), अलावलपुर अफ्गां निवासी विशाल शर्मा (उम्र-23 साल) चकदरिया चकजैनब निवासी अनिल राजभर (उम्र- 28 साल) और धरवां गांव निवासी अभिषेक कुशवाहा (उम्र- 23 साल) की मौत हो गई. चारों मृतक दोस्त थे. बीते 12 जनवरी को अनिल राजभर, विशाल शर्मा और अभिषेक सिंह कुशवाहा एक साथ वाराणसी के सारनाथ पहुंचे थे। जहां से सोनू जायसवाल को साथ लेकर नेपाल के काठमांडू के लिए रवाना हुए थे। चारों दोस्त नेपाल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पोखरा जाने के लिए सुबह काठमांडू से फ्लाइट पकड़कर पोखरा के लिए रवाना हुए थे, लेकिन प्लेन पोखरा और काठमांडू के बीच में खराब मौसम के कारण पोखरा हवाई पट्टी पर उतरते समय क्रैश हो गया। हादसे के ठीक पहले सोनू जायसवाल अपने मोबाइल फोन से फेसबुक लाइव कर रहा था। इसका वीडियो भी लोग सोशल मीडिया पर अब वायरल कर रहे हैं। इस वीडियो में पीली टीशर्ट/हुडी पहने जो युवक दिख रहा है, वह सोनू जायसवाल ही है। लेकिन किसे पता था कि ये उसका आखिरी वीडियो होगा। इस दर्दनाक हादसे के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है। पुलिस प्रशासन के लोग पीड़ित परिजनों को हर सम्भव मदद देने की कवायद कर रहे हैं। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए हर सम्भव मदद की बात कही है। इधर, शाम करीब पांच बजे बरेसर थाने पर चारों युवकों के मौत की सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। ग्रामीणों की भीड़ शोक संतप्त परिवारों के दरवाजे पर जुट गई. गांव के लोग परिजनों को सांत्वना देने में जुटे रहे। आस-पास सटे इन युवकों के गांवों में गमगीन माहौल रहा। सीओ कासिमाबाद बलराम ने बताया कि नेपाल प्लेन क्रैश में क्षेत्र के चार युवकों की मौत हो गई है। परिजनों को सूचना दे दी गई है और पुलिस व प्रशासन पीड़ितों के साथ खड़ा है। वहीं, नेपाल के इस पोखरा एयरपोर्ट का उद्घाटन 14 दिन पहले ही हुआ था। ये हादसा दिन में 11 बजकर 10 मिनट पर हुआ। ये विमान पोखरा घाटी में सेती नदी की खाई में गिर गया। इस हादसे में अब तक जिन शवों की पहचान नहीं हो सकी है, उनके शवों के डीएनए परीक्षण के लिए हेलीकॉप्टर के जरिए काठमांडू भेजा जाएगा।यति एयरलाइन का एक विमान रविवार सुबह मध्य नेपाल के पोखरा शहर में हाल ही में शुरू हुए हवाई अड्डे पर उतरने के दौरान नदी घाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस विमान में 5 भारतीयों सहित कुल 72 लोग सवार थे, जिनमे सभी की मौत हो गई। नेपाल के अलग-अलग क्षेत्रों को जोड़ने वाली यति एयरलाइन सिर्फ ‘एटीआर 72-500 एस’ विमानों का संचालन करती है। कंपनी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, दो ‘प्रैट एंड व्हिटनी पीडब्ल्यू127’ इंजन वाले प्रत्येक ‘एटीआर 72-500 एस’ विमान में 70 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है।
यति एयरलाइन ने रविवार सुबह हुए विमान हादसे के मद्देनजर 16 जनवरी को प्रस्तावित सभी नियमित उड़ानें रद्द कर दी हैं। कंपनी ने सितंबर 1998 में कनाडा में निर्मित एक ‘डीएचसी6-300’ ट्विन ऑटर विमान के जरिए व्यावसायिक उड़ानों की दुनिया में कदम रखा था।
यति एयरलाइन की वेबसाइट पर लिखा है, दो दशक से अधिक समय से नेपाल में विमान सेवा उपलब्ध करा रहे हैं। हम नेपाल के प्रमुख शहरों के बीच ‘एटीआर 72-500 एस’ विमान का संचालन करते हैं।
उड़ानों पर नजर रखने वाली वेबसाइट ‘फ्लाइटरडार24’ ने बताया कि नेपाल में रविवार को दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान यति एयरलाइन का 15 साल पुराना ‘एटीआर 72-500 एस’ विमान था, जिसकी पंजीकरण संख्या 9एन-एएनसी और क्रमांक संख्या 754 थी।
वेबसाइट के मुताबिक, यह विमान पुराने ट्रांसपोंडर से लैस था, जिसका डेटा विश्वसनीय नहीं है। हम उच्च रेजोल्यूशन वाला डेटा डाउनलोड कर रहे हैं और इसकी गुणवत्ता की जांच कर रहे हैं।
यति एयरलाइन की वेबसाइट के अनुसार, ‘शॉर्ट टेक ऑफ एंड लैंडिंग (एसटीओएल) ऑपरेशन’ (छोटी दूरी की उड़ान सेवा) के लिए 2009 में उसकी सहायक कंपनी तारा एयर स्थापित की गई थी, जिसके बेड़े में डीएचसी6-300 और डॉनियर डीओ228 विमान शामिल हैं।
वेबसाइट के मुताबिक, दोनों विमानन कंपनियां मिलकर पूरे नेपाल में उड़ानों का सबसे बड़ा नेटवर्क उपलब्ध कराती हैं। वेबसाइट के होम पेज पर जाने पर एक शोक संदेश सामने आता है, जिसमें हादसे में लोगों की मौत पर दुख जताया गया है।
संदेश में कहा गया है, यति एयरलाइन के 9एन एएनसी एटीआर72 500 विमान हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के शोक में हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि 16 जनवरी 2023 के लिए यति एयरलाइंस की सभी नियमित उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। हालांकि आपातकालीन और बचाव उड़ानें जारी रहेंगी। असुविधा के लिए खेद है। रिपोर्ट अशोक झा