गांव के प्रत्येक घर तक आरएसएस पहुंचने की करेगी कोशिश
– लोकसभा चुनाव से पहले बंगाल के लिए बनाया गया प्लान
अशोक झा, सिलिगुड़ी: राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने अगले साल तक बंगाल के हर वार्ड और पंचायत तक पहुंचने का टारगेट रखा है। 12-14 मार्च को पानीपत में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक हो रही है। इस बैठक में इस योजना पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी। इस बैठक में बंगाल से 86 प्रतिनिधि शामिल होने जा रहे हैं। बता दें कि हाल में संघ सरसंघचालक मोहन भागवत ने बंगाल में आरएसएस की स्थिति को लेकर बैठक की थी और उस बैठक में विस्तार पर संतोष जताया था। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर मोहन भागवत ने कोलकाता में सभा भी की थी। आरएसएस के प्रचार प्रमुख बिप्लब रॉय ने कहा, “हमने तीन साल की योजना बनाई है। साल 2025 में संघ का शतवर्ष पूरा हो रहा है। योजना के सफल क्रियान्वयन से संघ का कार्य बढ़ेगा। समाज में संघ का प्रभाव बढ़ेगा।
12-14 मार्च को पानीपत में होगी अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक
सूत्रों के मुताबिक इस साल यह बैठक 12-14 मार्च को पानीपत में हो रही है। इस बैठक से राज्य और केंद्रीय स्तर पर संघ के अगले एक साल के कार्यक्रम पर विचार किया जाएगा। इस बैठक में बंगाल से 86 प्रतिनिधि शामिल होने जा रहे हैं। इनमें तीन तिमाहियों से 32 प्रतिनिधि व 54 विभागीय पदाधिकारी बैठक में शामिल हो सकते हैं। वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार प्रत्येक राज्य द्वारा आयोजित की जाने वाली चर्चा को दो चरणों में विभाजित किया जाएगा। एक चरण में संगठनात्मक मामलों अर्थात शाखा की स्थिति पर एक रिपोर्ट दी जाएगी। सामाजिक स्थिति पर दूसरे चरण में चर्चा की जाएगी. सूत्रों के अनुसार बंगाल में तैयार की जा रही रिपोर्ट में संघ के कार्य को शहरी क्षेत्रों के प्रत्येक वार्ड में तथा ग्रामीण क्षेत्रों की प्रत्येक पंचायत में शाखाओं के गठन, सभाओं एवं सभाओं के गठन की तैयारियों पर प्रकाश डाला जाएगा।
साल भर ‘शिक्षावर्ग’ आयोजित करने की योजना
योजना के अनुसार स्वयंसेवक हर सप्ताह वहां जाकर समान विचारधारा वाले लोगों को एकत्रित करने का कार्य करेंगे। उनमें संघ के आदर्शों का प्रचार-प्रसार करने का कार्य वे करेंगे. इसके अलावा साल भर ‘शिक्षावर्ग’ (चर्चा और प्रशिक्षण शिविर) आयोजित करने की भी योजना बनाई जा रही है। शुरुआत में यह तय किया गया है कि हावड़ा के तांतबेरिया और दक्षिणीबंगाल के खड़गपुर के गोपाली में दो शिक्षा कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। इसी तरह की शैक्षणिक कक्षाएं मध्य और उत्तर बंगाल में भी आयोजित की जाएंगी। सूत्रों के मुताबिक यह 20 दिन चलेगा। स्वयंसेवक 24 घंटे सब एक साथ रहेंगे, खायेंगे और विश्राम करेंगे। यहां चार घंटे का शारीरिक व्यायाम, एक घंटे का सेवा कार्यक्रम प्रशिक्षण और शेष समय विषय आधारित चर्चा होगी। रिपोर्ट अशोक झा