उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने 8 घंटे की पूछताछ के बाद किया गिरफ्तार
-दिल्ली शराब नीति मामले में सर छुपाने का लगाया जा रहा
आरोप
अशोक झा, सिलीगुड़ी: दिल्ली शराब नीति मामले में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने 8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। सिसोदिया रविवार, 26 फरवरी की सुबह राज घाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और उसके बाद पूछताछ के लिए सीबीआई कार्यालय पहुंचे थे। इससे पहले उनसे 8 घंटे की लंबी पूछताछ की गई। सीबीआई ने सिसोदिया को आज यानी रविवार (रविवार) को पूछताछ के लिए बुलाया था। पिछले साल सीबीआई ने उनके घर सहित 31 स्थानों पर छापेमारी की थी। इस मामले में इससे पहले भी कई लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
क्यों हुई मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी?
मनीष सिसोदिया पर सबूतों को नष्ट करने का आरोप लगा है। इतना ही नहीं इस मामले में एक ब्यूरोक्रैट ने सिसोदिया के खिलाफ बयान भी दिया है। उसके बयान को आईपीसी की धारा 164 तहत दर्ज किया गया है। सिसोदिया पर आईपीसी की धारा 120-B (आपराधिक साजिश), 477 -A (धोखाधड़ी करने का इरादा) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा-7 के तहत गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को इस मामले में सिसोदिया के खिलाफ कई डिजिटल सबूत हाथ लगे हैं। इसमें वॉट्सएप चैट से लेकर कई फोन के आईएमईआई नंबर मिले हैं जिन्हें सिसोदिया इस्तेमाल कर रहे थे। इन सबूतों को पूछताछ के दौरान सिसोदिया के सामने भी रखा गया जिनका वह जवाब नहीं दे पाए।
पॉलिसी में क्यों किया गया बदलाव?
सीबीआई ने सिसोदिया से जब पूछा कि शराब नीति में आखिर बदलाव क्यों किया गया और इनकी जरूरत क्यों पड़ी तो इसका वह जवाब नहीं दे पाए। शराब नीति में कुछ ऐसे प्रावधान जोड़े गए थे जो पहले मसौदे का हिस्सा ही नहीं थे। कई प्रावधानों को लेकर तो ना नीति को लागू करने से पहले कोई चर्चा की गई और ना ही फाइलों में इसका कोई रिकॉर्ड मिला।
इसके साथ ही वो सवालों के जवाब में टालमटोल कर रहे थे, जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया.उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा. सिसोदिया को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 120बी (आपराधिक साजिश), 477ए (धोखाधड़ी करने का इरादा) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत गिरफ्तार किया गया। इससे पहले ये जानकारी सामने आई थी कि सीबीआई ने जिस अधिकारी सी अरविंद के 164 के बयान कोर्ट में दर्ज करवाए थे, उन्हीं बयानों से आज सिसोदिया का आमना-सामना करवाया गया. उनके खिलाफ जो सबूत एकत्र किए गए, उन्हें लेकर भी सिसोदिया से सवाल-जवाब हुए, लेकिन वो अपना बचाव नहीं कर सके। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई। ये भी जानकारी सामने आई कि दिल्ली शराब नीति में कुछ विवादास्पद प्रावधान जोड़े गए थे जो पहले मसौदे का हिस्सा नहीं थे। सीबीआई ने जब इसके बारे में सवाल पूछे तो सिसोदिया यह बताने में विफल रहे कि उन प्रावधानों को अंतिम मसौदे में कैसे शामिल किया गया. इससे जुड़े ज्यादातर सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता। आज यानी 26 फरवरी की सुबह करीब 11 बजकर 15 मिनट पर सिसोदिया दूसरे दौर की पूछताछ के लिए सीबीआई मुख्यालय पहुंचे थे। अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के अधिकारियों ने आबकारी नीति के विभिन्न पहलुओं, दिनेश अरोड़ा और अन्य आरोपियों के साथ उनके कथित संबंधों और कई फोन से संदेशों के आदान-प्रदान के विवरण सहित अन्य मुद्दों पर मंत्री से पूछताछ की। यह महसूस किया गया कि सिसोदिया से गहन पूछताछ के लिए उन्हें हिरासत में लिया जाना आवश्यक है। सीबीआई की प्राथमिकी में आरोपी संख्या एक के रूप में जिक्र किए गए सिसोदिया से इससे पहले पिछले साल 17 अक्टूबर को पूछताछ की गई थी। इसके बाद पिछले साल 25 दिसंबर को एजेंसी ने विजय नायर समेत 6 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। सीबीआई ने आरोपपत्र में सिसोदिया को नामजद नहीं किया था क्योंकि एजेंसी ने उनके और अन्य संदिग्धों तथा आरोपियों के खिलाफ जांच खुली रखी थी।
सिसोदिया पर लगा जानकारी छिपाने का आरोप
सिसदिया को 19 फरवरी 2023 को पेश होने के लिए नोटिस भेजा गया था। हालांकि बजट तैयार करने का हवाला देते हुए उन्होंने समय मांगा था। इसके बाद फिर से सिसोदिया को 26 फरवरी के लिए समन भेजा गया। आज उनसे वही सवाल फिर से पूछे गए जिनका जवाब उन्होंने 17 अक्टूबर 2022 को पूछताछ के दौरान नहीं दिए थे। सीबीआई की मानें तो पूछताछ के दौरान ना सिर्फ सिसोदिया ने जानकारी छिपाई बल्कि जांच टीम को बरगलाने की कोशिश भी की, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई।
एक शिक्षा मंत्री को आबकारी नीति के लिए गिरफ्तार किया गया: बीजेपी
सिसोदिया की गिरफ्तारी पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि आज दिल्ली का बच्चा-बच्चा जानता है कि आम आदमी पार्टी और मनीष सिसोदिया ने अपने कमीशन के चक्कर में शराब के होलसेल कमीशन को 2% से बढ़ाकर 12% किया ताकि आम आदमी पार्टी मोटा पैसा कमा सके. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक शिक्षा मंत्री को आबकारी नीति के लिए गिरफ्तार किया गया है. यह आंखें खोलने वाला और चौंकाने वाला मामला है। सिसोदिया ने बच्चों की जान से खिलवाड़ किया। आप और उसके नेताओं ने आबकारी नीति को वापस लेने का एक भी कारण नहीं बताया। पात्रा ने कहा कि आबकारी नीति को मंत्रियों के सामने रखने से पहले आम आदमी पार्टी ने शराब माफिया तक पहुंचाया। जिससे शराब माफिया अपने फायदे की नीतियों को अपना लें और हानि के विषय को बदल दिया जाए। रिपोर्ट अशोक झा